हरिद्वार
रुड़की। बिशम्बर सहाय लॉ इंस्टीट्यूट रुड़की संचालित रूपचंद शर्मा एजुकेशन ट्रस्ट में संविधान दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया
कार्यक्रम की शुरुआत भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर को नमन करते हुए तथा प्रीएम्बल (उद्देशिका) का सामूहिक वाचन करके की गई। विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों ने मिलकर संविधान के मूल्यों—न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता—को जीवन में उतारने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं संस्थान के सचिव चंद्र भूषण शर्मा ने कहा,
“संविधान केवल एक पुस्तक नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है। यह हमारे अधिकारों की रक्षा करता है और कर्तव्यों के पालन का मार्ग दिखाता है। विद्यार्थियों को इसके अध्ययन को प्राथमिकता बनाकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।” संस्थान के कोषाध्यक्ष सौरभ भूषण शर्मा ने अपने संबोधन में कहा
“हमारा संविधान दुनिया के सबसे सुदृढ़ और प्रगतिशील संविधानों में से एक है। युवा पीढ़ी को इसके प्रत्येक अनुच्छेद के पीछे छिपे मूल्यों को समझकर राष्ट्र निर्माण की दिशा में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।”
संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर गौरव भूषण ने कहा
“किसी भी राष्ट्र की मजबूती उसके संविधान की मजबूती पर निर्भर करती है। हमारे संस्थान का उद्देश्य ऐसे विधि-विद्यार्थी तैयार करना है जो संविधान की भावना को समझें और न्याय व्यवस्था में सकारात्मक योगदान दें।” इस अवसर पर संविधान पर आधारित क्विज—का आयोजन भी किया गया, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी की
कार्यक्रम का संचालन संस्थान की फैकल्टी टीम ने किया।
अंत में देश की उन्नति, लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा और संविधान की गरिमा बनाए रखने का संकल्प लेते हुए कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
इस अवसर पर लव पाठ्यक्रम की विभाग अध्यक्ष शिवानी मंगल ,शाहजेब आलम ,दिवाकर जैन, आबाद ,सुनील चौधरी ,कुमारी शाहीन ,रविंदर, शिवकुमार ,विशाल सैनी , मिलन शर्मा, विपुल गुप्ता आदि अध्यापक अध्यापिकाएं उपस्थित रहे।
