हरिद्वार
डीपीएस दौलतपुर में 6 दिसंबर 2025 को प्रवाह 3.0′ जीवन की लय वार्षिक महोत्सव का आयोजन धूमधाम व उत्साह के साथ मनाया गया। इस आयोजन में छात्रों के द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।



इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल श्री विश्वंभर सिंह (एवीएसएम, वीएसएम), श्रीआशीष गौतम (अध्यक्ष दिव्य प्रेम सेवा मिशन), डॉ सौरभ गहरवार (आईएएस, एमडी सिडकुल), श्री संदीप जैन (एमडी अकम्स इग्स एंड फार्मालिमिटेड) का विद्यालय की प्रधानाचार्य पूनम श्रीवास्तव, विद्यालय के निदेशक श्री पीयूष जैन और श्री अजय जैन और प्रो वाइस चेयरमैन श्री विकास गोयल जी व डीपीएस जूनियर स्कूल की प्रभारी श्रीमती अमिता ओहरी ने स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित के साथ राम स्तुति से किया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के नन्हें मुन्ने छात्रों ने कार्यक्रम को मनोहारी बनाया। जब उन्होंने ‘प्रकृति के रंग बचपन के संग शीर्षक पर आधारित मोगली गीत, एक सोच गीत पर एक सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। उनके समर्पित और जीवंत प्रदर्शन ने सभी का मन मोह लिया और प्रकृति के प्रति उनके प्रेम और बचपन की खुशियों को दर्शाया। यह नृत्य बच्चों की नाजुकता और माधुर्य के साथ-साथ संगीत की ताल और भावनाओं का सुंदर मिश्रण था। जिसे दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। आगे की प्रस्तुति ‘पंचमहाभूतम’ शीर्षक पर आधारित रहा, जिसमें आकाश, वायु, जल अग्नि और पृथ्वी पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किए गए। इस नृत्य में छात्रों ने प्रकृति के पांच मूल तत्वों का सुंदर एवं सजीव चित्रण प्रस्तुत किया। जिसमें प्रत्येक तत्व का प्राकृतिक महत्व दर्शाया गया। छात्रों ने आकाश की व्यापकता, वायु की गति और स्वच्छता, जल की शुद्धता और जीवनदायिनी महत्ता, अग्नि की ऊर्जा और परिवर्तन शक्ति और पृथ्वी की स्थिरता तथा संरक्षण को भावपूर्ण रूप से प्रस्तुत किया, उपस्थितजन की तालियों की गड़गड़ाहट ने छात्र- छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। इसके उपरांत छात्रों ने ‘सत्य, तप, दया, दान’ शीर्षक पर आधारित चारों युगाँ पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की, जिसमें सतयुग के नरसिंह अवतार पर विशेष जोर दिया गया। यह प्रस्तुति हिंदू धर्म के चार युगों (सतयुग, त्रेता युग, द्वापर युग और कलयुग) से जोड़ती हुई दिखाई गई। जहाँ त्रेता युग में सियाराम पर आधारित, द्वापर युग में श्री कृष्णा, महाभारत में, द्रौपदी चीर हरण पर आधारित थी, वही कलयुग में रोबोट, शैतान पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। जिसमे छात्रों ने परिवार में घटते संस्कार पर प्रभावी नाटक का मंचन किया, जो दर्शकों को पारिवारिक मूल्यों के ह्रास पर गहन चिंतन के लिए प्रेरित करने वाला रहा। यह प्रस्तुति आधुनिक जीवनशैली में बिगड़ते पारिवारिक बंधनों को उजागर करती हुई दिखाई गई। छात्रों ने सांप्रदायिक सद्भाव ‘भारत अनोखा’ में भारत में मनाए जाने वाले विभिन्न त्योहारों (दीपावली, ईद बैसाखी, क्रिसमस जैसे प्रमुख पर्वो पर आधारित एक आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन छात्रा वैष्णवी राणा व छात्र श्रेयांश सारस्वत के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति गैंड फिनाले शीर्षक ‘जय जवान, जय किसान’ रही। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने देशभक्ति की भावनाओं को और किसानों के योगदान को गीतों और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शाया। जिसने हर किसी को प्रेरित किया। विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियाँ द्वारा प्रस्तुत नृत्य, नाटक तथा शीर्षक पर आधारित प्रस्तुतियों दर्शकों को बचपन की स्मृतियों में ले गई और पूरे सभागार को भावनाओं और उत्साह से भर दिया। मुख्य अतिथि जी ने कार्यक्रम की सराहना की अपने संबोधन में छात्रों को राष्ट्र सेवा, अनुशासन और स्वदेशी भावना पर जोर देते हुए कहा कि युवा पीढी देश के उज्जवल भविष्य की आधारशिला है तथा उन्हें संविधान के मूल्यों को अपनाना चाहिए। इस के उपरांत विद्यालय की प्रधानाचार्य पूनम श्रीवास्तव ने विद्यालय की उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने कहा कि हमारे विद्यालय में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सभी क्षेत्रों में विभिन्न विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ कराई जाती है। साथ ही डीपीएस जूनियर स्कूल की प्रभारी श्रीमती अमिता ओहरी ने उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि आप की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को गरिमामय बनाया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान से किया गया।
