हरिद्वार के सिडकुल में हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी का गरीब कर्मचारी श्री चंद्र की मौत गलत इलाज करने से हुई ये आरोप परिवार वालों और कंपनी वालों ने अस्पताल पर लगाया। यह अस्पताल न्यू हरिद्वार कॉलोनी में मकान के अंदर है जिस पर कोई नेम प्लेट नहीं हैं। जिसे डॉक्टर सुमंतो बीरमानी चला रहे। जो कि सिटी अस्पताल में भी बैठते हैं।


मृतक के भाई और साथी कर्मचारियों का कहना है कि मरीज के हाथ में एक महीने पहले एक्सीडेंट की वजह हाथ में फैक्चर था। जिसमें प्लेट लगाने के लिए मरीज सिटी अस्पताल रानीपुर मोड़ में गया जहाँ डॉक्टर ने अपने निजी फायदे के लिए कम खर्च का इलाज बताकर मरीज को अपने घर के नर्सिंग होम में भर्ती कर लिया।
जहाँ इलाज के दौरान श्री चंद की मौत हो गईं। घरवालों का कहना हैं कि हैवी डोज देने से मौत हुई हैं और उसके बाद बिना घरवालों की परमिशन लिए बंगाली अस्पताल भेज दिया गया।
घरवालों का ये भी कहना हैं कि चालीस साल के श्री चंद की मौत के बाद भी डॉक्टर धमकी देकर पैसे मांगता रहा और कुछ गुंडे भी साथ में धमकी देने के लिए रखे।


मृतक श्री चंद रुद्रप्रयाग का रहने वाला हैं और बहुत गरीब परिवार से हैं। दो छोटे छोटे बच्चे हैं। अस्पताल पर सील तो लग गईं पर जिस तरह सत्ता धारी नेता कोई परिवार से मिलने नहीं पहुंचा ऐसे में कर्मचारियों का कहना है कि डॉक्टर को शय वही लोग दें रहे हैं।
जन अधिकार पार्टी के हरिद्वार जिलाध्यक्ष आलिम अंसारी, कांग्रेस पार्टी से वरुण बालियान अपनी टीम के साथ परिवार के साथ खड़े रहे। कोई एफ आई आर पुलिस द्वारा दर्ज नहीं की गईं है।
